2024 में परिवार के साथ वाराणसी में घूमने वाली जगहें

क्या आप अपने परिवार के साथ बनारस घूमने की योजना बना रहे हैं?

बनारस, या वाराणसी, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्राचीन शहर है, जो परिवार के साथ छुट्टियां बिताने के लिए एकदम सही जगह है। चाहे आप आध्यात्मिक समृद्धि में डूबना चाहते हों, घाटों की शांत सुंदरता का आनंद लेना चाहते हों, या देश के सबसे टेस्टी स्ट्रीट फूड का स्वाद लेना चाहते हों, बनारस में सब कुछ है।

यह ब्लॉग पोस्ट आपको बनारस की खूबसूरती दिखाने का एक प्रयास है, क्योंकि मैंने इसे अपने परिवार के साथ घूमने के बाद लिखा है। इसलिए, इस लेख में हम आपको कई चीज़ें बताएँगे जैसे कि वाराणसी में घूमने वाली जगह, परिवार के अनुकूल होटल, अनुभव (सांस्कृतिक और आध्यात्मिक), आप क्या खा सकते हैं और क्या खरीदारी कर सकते हैं आदि।

नोट: इस पोस्ट में कुछ लिंक हो सकते हैं जो आपके द्वारा खरीदारी या कोई बुकिंग करने पर हमें वित्तीय सहायता प्रदान कर सकते हैं। वे किसी भी तरह से हमारी राय या यहां दी गई जानकारी को प्रभावित नहीं करते हैं।



बनारस कैसे पहुंचें

वाराणसी में घूमने वाली जगह

अगर आप उत्तर भारत में हैं, तो बनारस पहुंचना बहुत आसान है। हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन के लिए कई सीधी फ्लाइट्स और ट्रेनें हैं।

वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का एयरपोर्ट कोड VNS है। अपने नजदीकी हवाई अड्डे से फ्लाइट्स की उपलब्धता की जांच करने के लिए आप स्काईस्कैनर जैसे सस्ते फ्लाइट बुकिंग एग्रीगेटर पर जा सकते हैं।

इसके साथ आप लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (LKO) से भी फ्लाइट की भी जांच कर सकते हैं।

फ्लाइट्स के अलावा, वाराणसी और लखनऊ के लिए लगातार ट्रेनें चलती हैं। इनके बीच की दूरी लगभग 300 किमी (4 घंटे 30 मिनट की यात्रा) है।

बनारस में रुकने वाली जगहें

अपने परिवार के साथ यात्रा करते समय, आराम (comfort) एक महत्वपूर्ण पहलू है जिस पर विचार करना आवश्यक है। जब आपका परिवार शामिल होता है, तो आप एक यात्री के बजाय एक पर्यटक बन जाते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, हम आपको वाराणसी यात्रा के अनुभव को बढ़ाने के लिए एक आरामदायक होटल  बुक करने का सुझाव देते हैं।

वाराणसी में घाटों और मुख्य मंदिर (काशी विश्वनाथ) के पास कई होटल हैं। लेकिन इसे पहले से बुक करना जरुरी है, क्योंकि ये जल्दी फुल हो जाते हैं।

इसके अलावा एयरबीएनबी (Airbnb) एक और परिवार के अनुकूल विकल्प है जो आपको आरामदायक स्टे प्रदान करता हैं। सिगरा जैसे निकटतम स्थान पर एक फ्लैट बुक करें। हमने भी ऐसा ही किया और ओला-उबर के माध्यम से शहर में भ्रमण करने का आनंद लिया।

परिवार के साथ वाराणसी में घूमने वाली जगहें

वाराणसी घाट

वाराणसी पवित्र गंगा नदी के किनारे स्थित है। स्वाभाविक रूप से, यहाँ कई सुंदर घाट हैं जो इस पवित्र शहर की सांस्कृतिक विरासत में सुंदरता भरते हैं।

वाराणसी में घूमने वाली जगह

वाराणसी में घूमने वाले प्रमुख घाट निम्नवत हैं:

  • दशाश्वमेध घाट: यहां गंगा आरती में शामिल होना न भूलें। आरती के लिए एक घंटे पहले पहुंचें या ऑनलाइन अपनी जगह बुक करें।
  • अस्सी घाट: यह वाराणसी का दक्षिणी घाट है और वाराणसी में घूमने वाली जगह की सूची में टॉप पर आता है। यहाँ अन्य घाटों की तुलना में कम भीड़भाड़ होता है, जिसकी वजह से यह परिवार के साथ घूमने के लिए एकदम सही है। अस्सी घाट पर आप एक शांत माहौल में सुबह की सैर का आनंद ले सकते हैं या हर शाम आयोजित होने वाली गंगा आरती में भाग ले सकते हैं। मैंने व्यक्तिगत रूप से इस आरती में भाग नहीं लिया, लेकिन नाव की सवारी जरूर की।
  • मणिकर्णिका घाट: वाराणसी का सबसे चर्चित घाट, मणिकर्णिका मुख्य दाह संस्कार वाला घाट है, जो हिंदू रीति-रिवाजों की एक अनूठी झलक प्रदान करता है। हालांकि यह स्थान आपको अजीब लग सकता है, पर यह वाराणसी की संस्कृति का एक अभिन्न अंग है। वैसे यहाँ यहां आना वैकल्पिक चुनाव हो सकता है। इस स्थान पर आप अभिभूत महसूस कर सकते हैं और जीवन के अर्थ और उद्देश्य के बारे में खुद से प्रश्न पूछ सकते हैं। यह जीवन और मृत्यु के बारे में एक गहराई से जानने का अनुभव भी हो सकता है।

वाराणसी के मंदिर और धार्मिक स्थल

काशी विश्वनाथ मंदिर

काशी विश्वनाथ वाराणसी का सबसे पूजनीय और प्रसिद्ध मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। तैयार रहिये, क्योंकि आपके दर्शन करने के समयानुसार आपको मंदिर में भारी भीड़ का सामना करना पड़ सकता है।

आप काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए सुगम दर्शन भी बुक कर सकते हैं ताकि बिना कतार में लगे दर्शन हो सके। हालांकि, आसान मार्ग की अपेक्षा न करें, क्योंकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि कितनी भीड़ है और और किस दिन जाना है। फिर भी, सुगम दर्शन उन लोगों के लिए अपेक्षाकृत बेहतर विकल्प है जिनके पास समय की कमी या स्वास्थ्य की दिक्कत है और वे लंबी लाइन में नहीं लग सकते हैं।

दुर्गा कुंड मंदिर

अगर आप वाराणसी में एक तालाब के किनारे गहरे लाल रंग का मंदिर देखते हैं, तो समझिए कि आप दुर्गा कुंड मंदिर पर पहुँच गए हैं। यह मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है और यहाँ की ऊर्जा बेहद सकारात्मक और उपचारात्मक है। मंदिर का वातावरण पूरी तरह से आध्यात्मिक है, और इसके परिसर में आपको कई अन्य देवी-देवताओं के मंदिर भी देखने को मिलेंगे।

इसके अलावा, दुर्गा कुंड मंदिर संकट मोचन हनुमान मंदिर के रास्ते में है, इसलिए आप इस तथ्य के अनुसार अपनी यात्रा को प्लान कर सकते हैं।

काल भैरव मंदिर

काल भैरव भगवान शिव का विकराल रूप हैं। कहा जाता है कि वे वाराणसी के रक्षक और इस पवित्र शहर के चीफ हैं। मंदिर रेलवे स्टेशन के पास और भीड़भाड़ वाली गलियों में स्थित है। हालांकि मंदिर संरचना में छोटा लग सकता है, लेकिन इसकी मान्यता अधिक है।

आप मंदिर की ओर जाने वाली संकरी सड़कों पर लंबी लाइनों में खड़े कई भक्तों को देखेंगे। अगर आपके साथ छोटे बच्चे हैं, तो हम आपको सलाह देते हैं कि आप इस मंदिर में जाते समय उनका ख़ास ख्याल रखें। साथ ही, मंदिर के अंदर और आसपास ऐसे ठग होते हैं जो आपसे भारी रकम दान मांग सकते हैं। डरें नहीं; अपनी पसंद और क्षमता के अनुसार दान करें। भगवान आपके पैसे नहीं गिनते बल्कि आपकी मंशा को देखते हैं।

संकट मोचन हनुमान मंदिर

भगवान हनुमान को समर्पित इस मंदिर की मान्यता यह है कि यहाँ कवि तुलसीदास ने रामचरितमानस लिखी थी। मंगलवार और रविवार को मंदिर में भारी भीड़ लगती है और इसके चलने का रास्ता आमतौर पर बंदरों के झुण्ड से भरा होता है। अपने सामान को सुरक्षित रखें, और इन बंदरों के प्रति अनादर या क्रूर न बनें, क्योंकि बंदर भगवान हनुमान के अवतार हैं और हिंदू धर्म में धार्मिक महत्व रखते हैं।

वाराणसी में घूमने वाली जगह: सांस्कृतिक और ऐतिहासिक आकर्षण

परिवार के साथ वाराणसी में घूमने वाली जगह

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU)

BHU एशिया के सबसे बड़े आवासीय विश्वविद्यालयों में से एक है। यदि आप या आपका परिवार कला में रुचि रखते हैं, तो आप परिसर में स्थित भारत कला भवन संग्रहालय जा सकते हैं। इसकी प्राचीनता इसको वाराणसी में घूमने वाली जगहों की सूची में स्थान प्रदान करता है।

रामनगर किला

गंगा नदी के तट पर स्थित यह 17वीं शताब्दी का किला अब एक संग्रहालय है जिसमें विंटेज कारें, शाही पालकी और घड़ियों का संग्रह है। वैसे किले से नदी का शानदार नज़ारा दिखता है जो आपका मन मोह लेता है। हालांकि, राजस्थान के भव्य किलों के साथ इसकी तुलना न करें – दोनों की अपनी सुंदरता है।

सारनाथ

इतिहास के प्रति रूचि और बौद्ध अनुयायियों के लिए सारनाथ एक उपयुक्त स्थान है। यह वही स्थान है जहां भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। वाराणसी रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी लगभग 10 किमी दूर है। इसके अलावा, आपको भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का एक गहरा प्रतीक, स्वदेशी अशोक स्तंभ मिलेगा।

परिवार के साथ बनारस में क्या करें 

वाराणसी बोट राइड्स और रिवर क्रूज़

अपने परिवार के साथ बोट की सवारी करने से ज्यादा रोमांचक कुछ नहीं है। आपके पास कई विकल्प हैं, क्लासिक लकड़ी की नावें, जो मैन्युअल रूप से संचालित होती हैं, से लेकर मोटर चालित तेज़ नावों तक। आप नदी के क्रूज़ अनुभव के लिए अलकनंदा क्रूज़ वाराणसी का भी  चयन कर सकते हैं।

गंगा आरती में शामिल हों

आप दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल होना नहीं छोड़ सकते। याद रखें, आरती सूर्यास्त के आसपास शुरू होती है और लगभग 45 मिनट तक चलती है। यदि आप एक आरामदायक सीट और दृश्य चाहते हैं, तो सूर्यास्त से कम से कम एक से दो घंटे पहले यहां पहुंचें।

वैसे आप वाराणसी आरती को ऑनलाइन भी बुक कर सकते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि आपके पास आगे की सीट, प्रसाद और अपने परिवार के साथ गंगा पूजा करने का अवसर होगा।

स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड का स्वाद लें

अगर आपकी जीभ तीखे स्वाद की लालसा रखती है तो वाराणसी में कुछ बेहतरीन स्ट्रीट फूड विकल्प हैं, जिन्हें आपको जरूर चखना चाहिए।

नीचे दी गई तालिका में भोजन के नाम और उस स्थान/स्थान की सूची दी गई है जहां आप इन खाद्य वस्तुओं को आजमा सकते हैं।

खाने की चीज़ें कहाँ खाएं 
ब्रेड मक्खन/टोस्टलक्ष्मी चाय वाला
लौंगलतापांडेपुर में कोई भी मिठाई की दुकान
टमाटर चाटकाशी चाट/दीना चाट भंडार
लस्सीरवि सूरदास गेट पर पहलवान लस्सी भंडार
बनारसी पानगोदौलिया चौराहा के पास की दुकानें

वाराणसी में घूमने वाली जगहों से जुड़े टिप्स

यहां कुछ व्यावहारिक यात्रा टिप्स हैं जब आप अपने परिवार के साथ वाराणसी की यात्रा कर रहे हैं।

  • वाराणसी एक घनी आबादी वाला शहर है। इसलिए, अपने बच्चों को करीब रखें, खासकर भीड़-भाड़ वाले इलाकों में।
  • मंदिरों में जाते समय विशेष रूप से सादे कपड़े पहनें।
  • लोगों या मंदिरों के अंदर फोटो लेने से पहले अनुमति लेना न भूलें।
  • वाराणसी जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक होता है, क्योंकि इस समय आपको सुहावना मौसम मिलता है। गर्मी (अप्रैल-जून) से बचें क्योंकि यह बहुत गर्म समय होता है। मानसून (जुलाई-सितंबर) भी सुंदर समय हो सकता है।
  • ऑटो-रिक्शा और टुक-टुक आसानी से उपलब्ध हैं, लेकिन हमेशा किराये पर मोलभाव करें।
  • शहर में छोटी दूरी के लिए साइकिल रिक्शा उपयुक्त हैं।
  • ओला और उबर जैसे ऐप-आधारित कैब परिवारों के लिए उपलब्ध और सुविधाजनक हैं।

निष्कर्ष: वाराणसी में घूमने वाली जगहें

वाराणसी आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक अनुभवों का एक अनूठा मिश्रण प्रदान करता है जो सभी उम्र के आगंतुकों को आकर्षित करता है। मनमोहक गंगा आरती से लेकर शांत नाव की सवारी तक, प्राचीन मंदिरों से लेकर व्यस्त बाजारों तक, परिवार के हर सदस्य के लिए कुछ न कुछ है।

हालांकि वाराणसी पहली बार में मंत्रमुग्ध कर सकता है, क्योंकि यह एक ऐसा शहर है जो एक स्थायी छाप छोड़ता है। आधुनिक जीवन के साथ इसकी प्राचीन परंपराएं, विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि में एक मूल्यवान सबक देती हैं, जो वास्तव में भारत के सार को दर्शाता हैं।

तो अपना बैग पैक करें, अंदर जिज्ञासा लाएं और वाराणसी की एक यादगार फैमिली ट्रिप के लिए निकल पड़ें। और हम उम्मीद करते हैं कि आपको वाराणसी में घूमने वाली जगह से जुड़ी फैमिली गाइड मदगार साबित होगी।


एक अपील: कृपया कूड़े को इधर-उधर न फेंके। डस्टबिन का उपयोग करें और यदि आपको डस्टबिन नहीं मिल रहा है, तो कचरे को अपने साथ ले जाएं और जहां कूड़ेदान दिखाई दे, वहां फेंक दें। आपकी छोटी सी पहल भारत और दुनिया को स्वच्छ और हरा-भरा बना सकता है।


Abhishek Singh
Abhishek Singh

मैं अभिषेक सिंह नवाबों के शहर लखनऊ से हूं। मैं एक कंटेंट राइटर के साथ-साथ डिजिटल मार्केटर भी हूं | मुझे खाना उतना ही पसंद है जितना मुझे यात्रा करना पसंद है। वर्तमान में, मैं अपने देश, भारत की विविध संस्कृति और विरासत की खोज कर रहा हूं। अपने खाली समय में, मैं नेटफ्लिक्स देखता हूं, किताबें पढ़ता हूं, कविताएं लिखता हूं, और खाना बनाता हूँ। मैं अपने यात्रा ब्लॉग मिसफिट वांडरर्स में अपने अनुभवों और सीखों को साझा करता हूं।

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