नैनीताल के आसपास घूमने की जगह तलाश कर रहे हैं?
अगर आप नैनीताल के भीड़भाड़ से हटकर कुछ अलग करना चाहते हैं या थोड़ी शांति की तलाश में हैं, तो आप सही जगह हैं। उत्तराखंड का खूबसूरत हिल स्टेशन नैनीताल, पर्यटकों के बीच हमेशा से ही खास रहा है। यह प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विरासत का एक अद्भुत संगम है।
लेकिन समय के साथ यहाँ भीड़ बढ़ती गयी और आज ये रोज हज़ारों पर्यटकों को आकर्षित करता है। हालाँकि नैनीताल के आसपास घूमने के लिए भी कई बेहतरीन स्थान हैं, जो आपके सफर को यादगार बना देंगे। तो चलिए, आज हम आपको नैनीताल और उसके आसपास के कुछ शीर्ष स्थानों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
नैनीताल में घूमने वाली जगह
नैनीताल की बात हो रही हैं तो चलिए सबसे पहले इस मशहूर हिल स्टेशन नैनीताल में घूमने वाली जगह की बात कर लेते हैं।
नैनी झील: नैनीताल में घूमने वाली जगह में ये टॉप पर है; सरल शब्दों में बोलूं तो नैनी झील नैनीताल की शान है। 4 किलोमीटर लंबी और 1.5 किलोमीटर चौड़ी यह झील नौका विहार और रोमांटिक पल बिताने के लिए एकदम सही है।
झील के किनारे घूमना और वहां के मनमोहक दृश्यों का आनंद लेना अपने आप में एक बेहतरीन अनुभव है। पहाड़ों से घिरी झील का शांत वातावरण मन को तरोताजा कर देता है। इसके अलावा झीलके चारों ओर अपने प्रियजनों के साथ एक लम्बी पैदलयात्रा भी यादगार बन सकता है।
नैना देवी मंदिर: नैनी झील के उत्तरी किनारे पर स्थित नैना देवी मंदिर, हिंदुओं का एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यह मंदिर भगवान शिव और पार्वती को समर्पित है। मैं तो दर्शन कर के बाद काफी देर तक वहां के शान्त वातावरण में बैठा रहा। मंदिर का माहौल बहुत शांत और आध्यात्मिक है, जो आपको तनाव मुक्त कर देगा। और हाँ, मंदिर से नैनी झील का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। ये देखिये:
इको गुफा गार्डन: नैनीताल के समीप स्थित इको गुफा गार्डन, प्रकृति प्रेमियों के लिए एक सपनों की दुनिया है। 6 एकड़ में फैले इस बगीचे में विभिन्न प्रकार के पौधों और फूलों के साथ-साथ छह गुफाओं और झरनों को देखकर आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। यहां प्रकृति के सौंदर्य का आनंद लेना और फोटोग्राफी करना एक बेहतरीन अनुभव है।
मॉल रोड: नैनी झील के निकट मॉल रोड, घूमने-फिरने और खरीदारी करने के लिए एक आदर्श स्थान है। लगभग 1.5 किलोमीटर लंबी यह सड़क विभिन्न प्रकार की दुकानों, रेस्तरां और मनोरंजन के विकल्पों से भरी हुई है। यहाँ से आप ढेर सारी शॉपिंग कर सकते हैं।
इसके अलावा आप नैनीताल में टिफ़िन टॉप, लवर्स पॉइंट, स्नो व्यू पॉइंट आदि भी घूम सकते हैं।
नैनीताल के आसपास घूमने की जगह
1. भीमताल
नैनीताल से दूरी: 23 किलोमीटर
किंवदंती कहती है कि महाभारत के पांडव भीम ने अपने बलशाली हाथों से इस झील का निर्माण किया था। आज, भीमताल अपनी शांत सुंदरता से यात्रियों को आकर्षित करता है। झील पर नाव की सवारी, द्वीप एक्वेरियम और रंगीन मछलियों की झलक, एक यादगार अनुभव है।
रोमांच चाहने वाले कयाकिंग, ज़ोरबिंग या पैराग्लाइडिंग का आनंद ले सकते हैं। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं तो आप पक्षी देखने और जंगल में घूमने का आनंद ले सकते हैं। आसपास की पहाड़ियों से मनमोहक दृश्य दिखाई देते हैं, जिन्हें कैमरे में कैद कर लेने का मन होता है।
2. नौकुचियाताल
नैनीताल से दूरी: 28 किलोमीटर
हमारी यात्रा के दौरान ये हमारा सेंटर पॉइंट था जहां हम रुके थे। समुद्र तल से लगभग 4000 फीट की ऊंचाई पर स्थित, यह झील चारों ओर हरी-भरी पहाड़ियों से घिरी हुई है, जो इसे एक मन को सुकून देने वाला दृश्य प्रदान करती है। इसे नाइन कॉर्नर्ड लेक, यानी नौ कोनों के आकार वाला झील के नाम से जानते है, क्योंकि इसके नौ किनारे हैं।
नौकुचियाताल अपने शांत वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य के कारण पर्यटकों के बीच एक लोकप्रिय गंतव्य है। पास में एक हनुमान मंदिर भी है जहां दर्शन कर सकते हैं। यहां आकर आप प्रकृति की गोद में सुकून के कुछ पल बिता सकते हैं और अतिप्रिय यादें बना सकते हैं।
3. मुक्तेश्वर
नैनीताल से दूरी: 50 किलोमीटर
अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं, तो मुक्तेश्वर आपके लिए एक आदर्श स्थान है। यहां आप ट्रेकिंग, रैपलिंग, पैराग्लाइडिंग और ज़ोरबिंग का आनंद ले सकते हैं। आसपास की पहाड़ियों में कई ट्रेकिंग ट्रेल्स हैं, जो आपको प्रकृति के नजदीक ले जाएंगे। इसके अलावा यहां का मुक्तेश्वर महादेव मंदिर, भगवान शिव को समर्पित है जो 350 साल प्राचीन है।
मुक्तेश्वर तक पहुंचने के लिए आपको कठिन रास्तों से नहीं गुजरना पड़ता है। यह गांव कैब या सार्वजनिक बस के जरिए आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहां का मौसम साल भर सुहावना रहता है, लेकिन गर्मी के महीने सबसे अच्छे माने जाते हैं।
4. नीम करोली धाम
नैनीताल से दूरी: 20 किलोमीटर
नीम करोली धाम, या कैंची धाम हनुमान जी के भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। यह मंदिर नीम करोली बाबा को समर्पित है जिनको हनुमान जी का अवतार माना जाता है। उन्होंने अपने जीवन में कई चमत्कार किए थे। यह स्थान नैनीताल के आसपास घूमने की जगह में टॉप पर आता है।
यहाँ के भक्तगणों में स्टीव जॉब्स, मार्क ज़ुकरबर्ग, विराट कोहली जैसे बड़े नामचीन लोग शामिल है। आश्रम के शांत वातावरण में ध्यान और प्रार्थना करने से मन को असीम शांति मिलती है। और तो और आश्रम चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ है।
5. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क
नैनीताल से दूरी: 65 किलोमीटर
नैनीताल और रामनगर के बीच स्थित जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, भारत के सबसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। बाघों की दहाड़, हाथियों का झुंड और रंग-बिरंगे पक्षी- ये सब मिलकर यहां एक ऐसा अनुभव रचते हैं, जो जिंदगी भर याद रहता है।
यहां आप बाघ, हाथी, हिरण, भालू, चीतल, सांभर, नीलगाय, पक्षियों और सरीसृपों समेत विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में जंगल सफारी का अनुभव किसी रोमांचक एडवेंचर से कम नहीं है।
लेकिन याद रखें, जंगल में सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। गाइड के निर्देशों का पालन करें, वन्यजीवों को परेशान न करें और प्रकृति का सम्मान करें।
6. कसार देवी मंदिर
नैनीताल से दूरी: 72 किलोमीटर
पहाड़ों की गोद में बसा ये मंदिर, न सिर्फ आध्यात्मिक ऊर्जा बल्कि, प्राकृतिक सौंदर्य से भी ओतप्रोत है। यहां से हिमालय पर्वत श्रृंखला का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। इसके अलावा चारों ओर से देवदार के घने जंगलों से घिरा ये स्थान सदियों से ध्यान साधकों और आध्यात्मिक लोगों को अपनी ओर खींचता रहा है।
कसार देवी अपनी चुंबकीय शक्तियों के लिए प्रसिद्ध है। कई वैज्ञानिकों ने अनुसंधान किया है और माना जाता है कि आसपास के क्षेत्र में विशाल भू-चुंबकीय पिंड मौजूद हैं, जो यहां एक अनोखा ऊर्जा क्षेत्र बनाते हैं। कुछ लोगों का यह भी दावा है कि ध्यान लगाने के दौरान उन्हें असाधारण अनुभव होते हैं।
नैनीताल कैसे पहुंचे
बस द्वारा
नैनीताल, दिल्ली, लखनऊ, देहरादून और अन्य प्रमुख शहरों से बस सेवाओं द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। इसके निकट हल्द्वानी भी एक बड़ा बस स्टेशन है।
ट्रेन द्वारा
नैनीताल के आसपास घूमने की जगह जाने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन हल्द्वानी और काठगोदाम है, जो नैनीताल से लगभग 35 किलोमीटर दूर है। यहाँ से नैनीताल के लिए बस या टैक्सी आसानी से मिल जाती है।
हवाई मार्ग द्वारा
नैनीताल का निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर है, जो नैनीताल से लगभग 65 किलोमीटर दूर है। पंतनगर से नैनीताल के लिए टैक्सी या बस ले सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
नैनीताल में घूमने वाली जगह कौन सी हैं?
नैनीताल में घूमने वाली जगह नैनी झील, नैना देवी मंदिर, मॉल रोड, इको गुफा गार्डन आदि हैं।
नैनीताल घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है?
नैनीताल घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून के बीच और सितंबर से नवंबर के बीच है। इस दौरान मौसम सुहावना होता है और पर्यटकों की भीड़ भी कम होती है।
नैनीताल में ठहरने के लिए सबसे अच्छे स्थान कौन से हैं?
नैनीताल में ठहरने के लिए कई होटल, गेस्ट हाउस और होमस्टे उपलब्ध हैं। बजट और सुविधाओं के आधार पर आप अपनी पसंद का निवास स्थान चुन सकते हैं।
नैनीताल में क्या क्या गतिविधियां की जा सकती हैं?
नैनीताल में नौका विहार, ट्रेकिंग, पैराग्लाइडिंग, घुड़सवारी, बोटिंग, रोपवे की सवारी, खरीदारी, स्थानीय व्यंजनों का आनंद लेना आदि गतिविधियां की जा सकती हैं।
नैनीताल के आसपास घूमने की जगह कौन कौन सी हैं?
नैनीताल के आसपास घूमने की जगह में भीमताल, नौकुचियाताल, मुक्तेश्वर, कसार देवी, नीम करौली धाम, जिम कोर्बेट आदि हैं।
नैनीताल से जुड़े कुछ सामान्य टिप्स
- नैनीताल घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून के बीच और सितंबर से नवंबर के बीच है।
- पीक सीजन में नैनीताल जाने से बचें, हालाँकि आप उसके पास की जगहों पर जा सकते है।
- आप अपने वाहन से या फिर नैनीताल में स्कूटर/बाइक रेंट करके सभी आसपास की जगहें घूम सकते है।
- रात में ड्राइविंग से बचे और स्थानीय रीति रिवाजों का पालन करें।
- नैनीताल में भीड़ भाड़ के साथ पार्किंग का इशू होता है, तो हमारी सलाह है कि इसके आसपास की जगह पर रुकें और वहाँ से नैनीताल घूम लें।
- निकटतम रेलवे स्टेशन हल्द्वानी/काठगोदाम, और बस स्टैंड हल्द्वानी है। पंतनगर निकटतम एयरपोर्ट है।
समापन
तो ये थीं नैनीताल के आसपास घूमने की जगह। नैनीताल एक ऐसा हिल स्टेशन है जो प्रकृति प्रेमियों, रोमांच चाहने वालों, तीर्थयात्रियों और शांति चाहने वालों सभी को अपनी ओर आकर्षित करता है।
इसके अलावा अगर आप भी भीड़-भाड़ और शोर-शराबे से दूर कुछ समय प्राकृतिक सुंदरता और शांति का आनंद लेना चाहते हैं, तो इस लेख में दिये गये स्थान आपके लिए आदर्श स्थान हैं। अपनी अगली छुट्टियों में नैनीताल और इसके आसपास की सैर ज़रूर करें और इसकी खूबसूरती का अनुभव करें।
यदि आपके कोई सुझाव या सवाल हैं, तो आप बेझिझक नीचे कमेंट बॉक्स में अपने विचार व्यक्त करें। हम आपके सुझावों से खुद को और बेहतर बनाने का प्रयत्न करेंगे।
एक अपील: कृपया कूड़े को इधर-उधर न फेंके। डस्टबिन का उपयोग करें और यदि आपको डस्टबिन नहीं मिल रहा है, तो कचरे को अपने साथ ले जाएं और जहां कूड़ेदान दिखाई दे, वहां फेंक दें। आपकी छोटी सी पहल भारत और दुनिया को स्वच्छ और हरा-भरा बना सकता है।